मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की थी घोषणा

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार रात नगर को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की थी। इसके कुछ घंटे बाद ही 25 करोड़ रुपए के कार्य स्वीकृत हो गए। स्वीकृति के तत्काल बाद ही भोपाल से नगरीय प्रशासन विभाग के इंजीनियरों के दल ने यहां आकर नगर के सुनियोजित विकास की संभावनाओं का जायजा लिया।

बाद में इस टीम ने नपा भवन में नगर के गणमान्य नागरिकों से चर्चा की। नागरिकों से की गई बातचीत के आधार पर इस टीम ने सबसे पहले नगर में रिंग रोड के प्रथम चरण में आईटीआई कॉलेज से पचमा रोड तक रिंगरोड निर्माण के कार्य को प्राथमिकता से करने का निर्णय लिया। त्योंदा रोड पर जाम का सबसे बड़ा कारण वहां लगे ट्रांसफार्मर को हटवाने के लिए तुरंत ही विद्युत कंपनी को नपा की ओर से पत्र लिखवाया। ज्ञात हो कि गत दिवस श्रमिक सम्मेलन में शामिल होने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पुराने वायदे के अनुसार नगर में रात्रि विश्राम किया। प्रमुख कार्यकर्ताओं के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात की।

रात में विश्राम गृह में जनसंवाद कायक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने नगर को मैहर एवं चित्रकूट की तरह मिनी स्मार्ट सिटी बनाने की भी घोषणा की थी।
सुबह मिनी स्मार्ट सिटी बनाने के लिए पहली किस्त के रूप में विकास कार्य के लिए 25 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे गए। रात को मिले सीएम के निर्देश, सुबह आ गए अधिकारी मुख्यमंत्री की इस घोषणा के तत्काल बाद नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल के इंजीनियर इन चीफ आरके व्यास, कार्यपालन यंत्री राकेश रावत, प्रोजेक्ट इंजीनियर राघवेन्द्र सिंह ने यहां आकर नगर को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने की तैयारी का पहला चरण शुरु कर दिया।

भोपाल से आए इन अधिकारियों ने एसडीएम सीपी गोहल, सीएमओ ज्ञानेन्द्र यादव आदि को अपने साथ लिया और नगर के प्रमुख मार्गों सहित वार्डों, शांति वन, पारासरी नदी आदि का जायजा लिया और इन क्षेत्रों में व्यवस्थित एवं सुनियोजित विकास कार्य की संभावनाओं को तलाशा। पार्क, जिम, कम्युनिटी हॉल, फुटपाथ बनाने के निर्देश नपा सीएमओ ज्ञानेन्द्र यादव ने बताया कि यहां आए अधिकारियों ने नगर का भ्रमण कर नए बस स्टैंड का पीपीपी मोड पर सौंदर्यीकरण कर विकसित करने, नगर भर में पड़ी नपा की भूमि पर आवश्यकतानुसार पार्क, जिम, कम्युनिटी हॉल बनाने, पौधरोपण करने, होटल बनाने, सभी प्रमुख मार्गों को चौड़ा कर उनके दोनों ओर फुटपाथ बनाने, विद्युत खंभों को मार्ग के बीच में स्थानांतरित करने, सीवेज सिस्टम बदलने आदि की कार्ययोजना तैयार करने के सुझाव और निर्देश दिए।

बस्तियां बचाने मोतिया नाला होगा व्यवस्थित इस अवसर पर अधिकारियों ने बरसात में मोतिया नाले के उफान से डूब में आई बस्तियों को सुरक्षित रखने उपायों पर विशेष ध्यान दिया। योजना के अनुसार पुराने छोटे नालों को तलाशा जाएगा ताकि उनसे होकर भी पानी पारासरी नदी तक पहुंचने लगे और वार्ड क्रमांक 4, 5, 6 के नागरिक प्रभावित न हों। मोतिया नाले के ऊपर किए गए अतिक्रमण से निपटने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया गया।

अधिकारियों का कहना था कि नगर को धूल मुक्त करने में सघन पौधरोपण सर्वाधिक मददगार होता है और मिनी स्मार्ट सिटी के विकास में इसका ध्यान रखा जाएगा। साथ ही यह भी कोशिश होगी कि फुटपाथ पेवर ब्लाक से बनाए जाएं ताकि बारिश का पानी रिसकर जमीन में पहुंचे। मिनी स्मार्ट सिटी को विकसित करने के दौरान अन्य स्थानों पर भी सीसी करण की जगह पेवर ब्लाक ही लगाए जाएंगे।

नालों के तटों पर पौधे रोपेंगे

पारासरी नदी को स्वच्छ बनाने और सीवेज सिस्टम सुधारने के लिए मिनी स्मार्ट सिटी में नदी और सहायक नालों के दोनों तटों पर सघन पौधरोपण किया जाएगा। इस टीम का कहना था कि भविष्य में बच्चों के लिए खुली जगह मिलती रहे इसके लिए नए पार्क विकसित किए जाएंगे। स्टेशन पर घूमने जाने वाले वृद्घ जनों के लिए एक पार्क को इस तरह विकसित किए जाने की योजना है, जिसके हरे-भरे वातावरण में वरिष्ठ जन सुरक्षित तरीके से घूमकर स्वस्थ रह सकें। नगर का प्रदूषित पानी नदी में न पहुंचे इसके लिए एक विशाल तालाब बनाने की योजना पर भी विचार-विमर्श किया गया। जिसके परिशोधित पानी से इन बाग-बगीचों को सिंचित किया जाएगा। अधिकारियों का पूरा जोर पर्यावरण पर आधारित विकास करने पर रहा।

बैठक में नागरिकों के सुझाव के बाद त्योंदा रोड से ट्रांसफार्मर हटाने और रिंग रोड बनाने का कार्य प्राथमिकता में लिया गया है। बाद में जनता के सुझाव और आवश्यकता के आधार पर कंसेप्ट नोट बनाकर विकास कार्य कराए जाएंगे। स्मार्ट सिटी के विकास कार्य के लिए गठित समिति के अध्यक्ष पदेन कलेक्टर ही रहते हैं और उनके प्रतिनिधि के रूप में एसडीएम यहां कार्य देखेंगे। अभी स्मार्ट सिटी के लिए स्पेशल परपस व्हीकल बनाया जाएगा। जिसके आधार पर समिति का गठन होगा।
सीपी गोहल, एसडीएम, गंजबासौदा

  • Related Posts

    भोपाल में 1283 स्थानों पर प्रापर्टी की दरों में 18% तक की वृद्धि प्रस्तावित, कलेक्टर गाइडलाइन के लिए 19 मार्च तक सुझाव

    भोपाल कलेक्ट्रेट में गुरुवार को मूल्यांकन समिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें पंजीयन विभाग के अधिकारियों ने वित्तीय वर्ष 2025- 26 की कलेक्टर गाइडलाइन का प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव में…

    अमृत स्टेशन योजना के तहत विदिशा एवं साँची रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प, बनेगें देश के आधुनिक स्टेशन

     विदिशा / साँची विदिशा एवं साँची रेलवे स्टेशनों का अधिकारियों ने निरीक्षण किया। ये दोनों स्टेशन “अमृत स्टेशन योजना” के तहत पुनर्विकास के अंतर्गत हैं, और इस निरीक्षण का उद्देश्य…