
भोपाल/इंदौर। जर्जर मकान गिराने पहुंचे नगर निगम के अफसर को बल्ले से पीटने वाले भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने प्रदेश का सियासी माहौल गरमा दिया है। खुलेआम गुंडागर्दी की तस्वीर सामने आने के बाद से ही कांग्रेस के नेता उन पर तंज कस रहे हैं। इसमें ताजा नाम मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह का। उन्होंने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, आकाश विजयवर्गीय- “हमें भाजपा में सिखाया जाता है- पहले आवेदन, फिर निवेदन और फिर दनादन” क्या इससे साफ नहीं होता कि भाजपा को न नियम पर, न कानून पर और न ही संविधान पर यकीन है?
दिग्विजय सिंह के साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी भाजपा विधायक की इस हरकत को गलत ठहराया है और अपने ट्वीट के जरिए न सिर्फ विधायक आकाश विजयवर्गीय बल्कि भाजपा के चाल, चरित्र और चेहरे पर सवाल उठाए। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि, “इंदौर में भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा नगर-निगम के अधिकारियों के साथ मारपीट की घटना घोर निंदनीय व अक्षम्य है। लोकतंत्र में सबको विरोध करने व अपनी बात रखने का अधिकार है, पर भाजपा विधायक ने जो खुलेआम गुंडागर्दी का प्रदर्शन किया है उसने भाजपा के चरित्र की पोल खोल दी है।”
बता दें कि बुधवार को इंदौर की विधानसभा तीन से भाजपा विधायक आकाश जर्जर मकान तोड़ने गई निगम की टीम को रोकने पहुंचे थे। इसी दौरान भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे ने निगम के जोनल अफसर को बल्ले से पीटना शूरू कर दिया। जब विधायक जी खुद ही बल्ला भांज रहे थे तो समर्थक कैसे पीछे रहते। किसी ने अफसर पर थप्पड़ बरसाने शुरू कर दिए तो किसी ने शर्ट फाड़ डाली। जैसे-तैसे पुलिस अफसर को मौके से बचाकर ले गई। इसके बाद पुलिस ने आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ एफआईआऱ दर्ज कर कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने उन्हें जेल भेज दिया। आज उनकी जमानत पर सेशंस कोर्ट में फैसला आना है।