
भोपाल: मध्यप्रदेश में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विवेक अग्रवाल के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज किए जाने के बाद अफसरों और मंत्रियों के बीच जारी खींचतान को लेकर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को ‘बेकाबू जहाज का कप्तान’ बताया है. सिंह की ओर से गुरुवार को जारी बयान में कहा गया है कि कहने को भले ही कमलनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री हों, लेकिन उनकी स्थिति उस जहाज के कप्तान जैसी है, जिसकी हर प्रणाली नियंत्रण से बाहर हो चुकी है और स्टाफ के सदस्य बिना किसी सामंजस्य के मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कोई किसी को नीचा दिखाने का प्रयास कर रहा है, तो कोई किसी को उसकी हैसियत दिखाने हथकंडेबाजी कर रहा है. ऐसे में यह सुनिश्चित हो चुका है कि प्रदेश सरकार रूपी यह डगमगाता जहाज विकास की मंजिल तो दूर, उसके रास्ते पर भी नहीं आ सकेगा. सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार में व्याप्त ऊहापोह की स्थिति का सबसे ताजा उदाहरण आईएएस अधिकारी विवेक अग्रवाल के खिलाफ ईओडब्लू द्वारा शुरू की गई जांच का है. इस मामले को लेकर आईएएस एवं आईपीएस लॉबी फिर आमने-सामने है और सामान्य प्रशासन मंत्री को इसकी जानकारी ही नहीं है कि कौन क्या कह रहा है.
अफसरों पर प्रद्युम्न सिंह का विवादित बयान, ’15 सालों में अधिकारियों की चमड़ी मोटी हो गई है’
उन्होंने आगे कहा, “ईओडब्लू ने जांच शुरू की, तो आईएएस अधिकारी एसोसिएशन की त्यौरियां चढ़ गईं. एसोसिएशन की अध्यक्ष गौरी सिंह ने मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर विभिन्न जांच एजेंसियों के लिए एडवायजरी जारी करने की मांग कर डाली है. इस मामले में कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि जांच जारी रहेगी, तो सामान्य प्रशासन मंत्री को यह पता ही नहीं है कि आईएएस एसोसिएशन किस तरह ईओडब्लू पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है.”