टंकी पर चढ़कर कर्मचारी ने दी जान देने की धमकी, मंत्री से चर्चा के बाद उतरा नीचे

भोपाल। नियमितिकरण और वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर राजधानी के अंबेडकर मैदान में तीन दिन से डटे हजारों कर्मचारियों ने सोमवार देर शाम बिना किसी आश्वासन के हड़ताल स्थगित कर दी। कर्मचारियों ने 15 दिन में मांगे पूरी नहीं होने पर दोबारा भोपाल में डेरा डालने की चेतावनी दी है। हड़ताल स्थगित करने की वजह प्रदेश भर से आए हजारों कर्मचारियों के लिए भोजन की व्यवस्था नहीं होने और मैदान में प्रशासन द्वारा आंदोलन की अनुमति नहीं देना बताया जा रहा है।

इसके पहले कर्मचारी नेता शंभुचरण दुबे ने दोपहर में 50 मिनट तक पानी की टंकी पर चढ़कर आत्महत्या करने की नौटंकी की। इससे कुछ समय के लिए प्रशासन सकते में आ गया और हड़ताल में शामिल अतिथि शिक्षक, प्रेरक, जन स्वास्थ्य रक्षक, मीटर वाचक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व आशा कार्यकर्ता में अफरा-तफरी मच गई।

अतिथि शिक्षकों ने शनिवार को हड़ताल शुरू की थी। पहले दिन संख्या कम थी। दूसरे दिन हजारों की संख्या में प्रेरक, जन स्वास्थ्य रक्षक, मीटर वाचक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व आशा कार्यकर्ता राजधानी पहुंच गए। रविवार को तुलसीनगर, सेकंड बस स्टॉप और हबीबगंज से माता मंदिर की तरफ जाने वाले मार्गों पर बार-बार जाम की स्थिति बनती रही। इस बीच राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता से कर्मचारियों की चर्चा हुई। मंत्री ने मुख्यमंत्री से चर्चा कर मांगों को सुलझाने का आश्वासन दिया, लेकिन वे नहीं माने। सोमवार को भी कर्मचारी डटे हुए थे।

दोपहर में कुछ कांग्रेस विधायकों ने पहुंचकर माहौल को गरमा दिया। कर्मचारी अपने नेता शंभुचरण दुबे के जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। इस दौरान वे मंच से उठे और दोपहर 1 बजे तुलसीनगर स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए। उनका कहना था कि वे कर्मचारियों की मांगों के लिए आत्महत्या करेंगे। इस बीच पुलिस और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने उनकी बात फोन पर राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता से कराई। तब जाकर वे नीचे उतरे। करीब 50 मिनट तक उन्हें मानने का दौर चलता रहा। शाम 7 बजे के करीब उन्होंने आंदोलन स्थगित कर दिया।

प्रभात झा के बयान से दुःखी था, इसलिए आत्महत्या करने टंकी पर चढ़ा

कर्मचारी शंभुचरण दुबे का कहना है कि हड़ताल के दूसरे दिन भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने मुंडन को लेकर अभद्रतापूर्ण टिप्पणी की थी। इससे दुःखी था इसलिए आत्महत्या करने टंकी पर चढ़ा था। यदि राजस्व मंत्री फोन पर प्रभात झा की तरफ से माफी नहीं मांगते तो जान दे देता।

पुलिस दर्ज करेगी मामला – सूत्रों के मुताबिक पुलिस संबंधित कर्मचारी पर जान देने की कोशिश करने का केस दर्ज करेगी।

गौसेवकों की पुलिस के साथ हुई झड़प – दूसरी तरफ सोमवार नीलम पार्क में हजारों की संख्या में गौसेवक एकत्रित हो गए। ये विधानसभा घेराव की तैयारी में थे जिन्हें पुलिस ने पार्क में बंद कर दिया। बाद में ये सड़क पर बैठ गए। यहां से पुलिस इन्हें शाहजहांनी पार्क शिफ्ट करने का प्रयास कर रही थी इस पर पुलिस से झड़प हो गई। बाद में सैंकड़ों गौसेवकों ने पुलिस को गिरफ्तारियां दी। ये गौसेवक भर्तियों में 50 फीसदी आरक्षण की मांग पर अड़े हैं।

सहकारी बैंककर्मी भी हड़ताल पर – विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार से सहकारी बैंक कर्मियों ने भी हड़ताल शुरू कर दी है। जबकि पहले से वाणिज्यिक कर अधिकारी हड़ताल पर हैं।

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