
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में गैस के दाम में 143 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गयी है। बढ़े हुए दाम अगले महीने से लागू हो जाएंगे। ‘नया पाकिस्तान’ का नारा देने वाली इमरान खान की अगुआई वाली सरकार ने गैस पर मिलने वाली सब्सिडी को कम कर दिया है। गैस के दामों को बढ़ाने का फैसला सोमवार को इकोनॉमिक कोर्डिनेशन कमिटी की बैठक में लिया गया। घरेलू और व्यवसायिक दोनों तरह के उपभोक्ताओं को अब पहले के मुक़ाबले ज़्यादा पैसे खर्च करने होंगे। सबसे कम स्लैब वाले उपभोक्ताओं को गैस के लिए 10 प्रतिशत और सबसे ज़्यादा स्लैब में आने वाले उपभोक्ताओं को अब गैस के लिए 100 फीसद से ज़्यादा पैसे खर्च करने होंगे। पाकिस्तान के पेट्रोलियम मंत्री गुलाम सरवर खान ने इस बात की जानकारी दी।
गैस के दामों में बढ़ोतरी अगले महीने से लागू होगी। इस कदम से करीब करीब 90 लाख से ज़्यादा उपभोक्ता प्रभावित होंगे। इसमें से करीब 30 लाख से ज़्यादा उपभोक्ता सबसे काम आय वाले वर्ग से सम्बन्ध रखते हैं। गैस के बढ़े हुए दामों की वजह से उर्वरक, विनिर्माण इकाइयों, बिजली उत्पादन, सीमेंट और कंप्रेस्ड नेचुरल गैस की कीमतों में वृद्धि होगी। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि राज्य गैस कंपनियां घाटे में चल रही हैं और सरकार के लिए मौजूदा मूल्य प्रणाली जारी रखना संभव नहीं था। अधिकारीयों का कहना है की तेल और गैस नियामक प्राधिकरण (ओग्रा), जो की एक स्वतंत्र निगरानी कंपनी ने पाकिस्तान में गैस के दामों में 186 प्रतिशत बढ़ोतरी की अनुशंसा की थी।
दुनिया के उन चुनिंदा देशों में पाकिस्तान भी शामिल है। जहां पाइपेड गैस के दाम काफी कम हैं। सरकार के इस कदम से पाकिस्तान में विपक्ष सरकार की कड़ी आलोचना की है। पाकिस्तान सरकार ने पहले गैस की कीमतों के दाम में बढ़ोतरी से इंकार किया था। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) के नेता ने कहा कि सरकार के पहले बीस दिन के काम-काज पर 20 चुटकुले बन गए हैं। इसके पहले सरकार ने हेलीकाप्टर पर हर किलोमीटर पर 55 रुपये खर्च का ब्यौरा दिया था, जिसका सोशल मीडिया पर बहुत मज़ाक उड़ा था।