
नई दिल्ली : बैंक अक्सर हमें दी जाने वाली सेवाओं पर चार्ज वसूलते हैं। ठीक यही कहानी होम लोन के साथ भी है। होम लोन देकर बैंक हमसे कुछ ऐसे चार्ज वसूलता है जिसकी जानकारी हमें नहीं होती। चूंकि होम लोन लंबे समय तक के लिए लिया जाता है इसलिए इसे लेते वक्त सावधान रहें। हम यहां पांच ऐसे चार्जेस का जिक्र कर रहे हैं जिसके बारे में बहुत कम ही कर्जदारों को जानकारी होती है।
पुनर्भुगतान: होम लोन की सेवा लेते समय ज्यादातर उधारकर्ता अपने ऋणदाता से मौजूदा पुनर्भुगतान मोड को बदलने के लिए कहते हैं। कुछ ईसीएस मोड को पसंद करते हैं जबकि अन्य को पोस्ट डेटेड चेक सिस्टम ज्यादा सुविधाजनक लगता है। हालांकि, उधारकर्ता के अनुरोध पर कई ऋणदाता पुनर्भुगतान मोड को ईसीएस से चेक के रूप में स्विच करने के लिए शुल्क लेते हैं। शुल्क की राशि आमतौर पर 500 प्रति स्वैप तक होती है।
फ्रेंकिंग फीस: फ्रेंकिंग की प्रक्रिया के जरिए स्टॉम्प ड्यूटी के पेमेंट पूरे होने की पुष्टि की जाती है। जब आप लोन के एग्रीमेंट की स्टॉम्प ड्यूटी चुकाते हैं तब बैंक या फ्रेंकिंग एजेंसी आपके डॉक्यूमेंट को सर्टिफाई करती है कि आपने स्टॉम्प ड्यूटी चुका दी है। ये चार्ज हर राज्य में अलग अलग हो सकते हैं। आम तौर पर ये चार्ज लोन की कुल रकम का 0.1 से 0.2 फीसदी हो सकता है।
मॉरगेज डीड फीस: होम लोन के लिए मॉरगेज डीड फीस भी देनी पड़ती है। बैंक यह चार्ज होम लोन लेने के लिए अदा की जाने वाली कुल राशि पर वसूलते हैं। हालांकि कुछ बैंक यह चार्ज नहीं लेते हैं। इसलिए होम लोन लेने से पहले पता कर लें की कौन से बैंक में यह चार्ज नहीं है।
स्विचिंग फीस: विभिन्न कारणों से उधारकर्ता ऋणदाता से उनकी मौजूदा ब्याज दरों को बदलने या कम करने का अनुरोध करता है। इस तरह के स्विचिंग में एक निश्चित शुल्क लिया जाता है। आम तौर पर, रेट कन्वर्जन फीस बकाया मूलधन राशि का अधिकतम 2% तक होता है।
ईएमआई बाउंस चार्ज: अगर आप निर्धारित तिथि पर अपने मासिक ईएमआई का भुगतान करने में विफल रहते हैं तो बैंक आपसे इसके लिए अतिरिक्त शुल्क लेते हैं। आम तौर पर ऋणदाता ऐसे चूक के लिए 500 रूपये तक चार्ज करते हैं।