राजकोट । भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टेस्ट के पहले दिन खबर लिखे जाने तक भारत ने 18 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 89 रन बना लिए हैं। पृथ्वी शॉ 51 और चेतेश्वर पुजारा 38 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद है।
पहले टेस्ट से पहले ही वेस्टइंडीज को बड़ा झटका लगा क्योंकि चोट की वजह से उनके कप्तान जेसन होल्डर चोटिल होकर बाहर हो गए, उनकी जगह क्रेग ब्रैथवेट टीम की कप्तानी कर रहे हैं।
भारत को लगा पहला झटका
भारत को पहला झटका पहले ही ओवर में लगा, तेज गेंदबाज शैनन गैब्रियल ने उन्हें LBW आउट किया।
पृथ्वी शॉ को मिला मौका
इस मैच में पृथ्वी शॉ ने अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया। लोकेश राहुल के साथ भारतीय पारी की शुरुआत पृथ्वी शॉ करेंगे। मयंक अग्रवाल को अंतिम 12 में जगह नहीं मिली है तो ऐसे में उन्हें अपने पदार्पण के लिए थोड़ा और इंतज़ार करना पडेगा। मध्यक्रम की जिम्मेदारी चेतेश्वर पुजारा, कप्तान विराट कोहली और उप कप्तान अंजिक्य रहाणे के ऊपर होगी।
इनके हाथ में भारतीय गेंदबाज़ी की जिम्मेदारी
गेंदबाजी विभाग की बात करें तो भारत का तीन स्पिनरों – आर अश्विन, रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव के साथ खेलना तय है। जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार को विश्राम देने तथा इशांत शर्मा के चोटिल होने के बाद उमेश यादव और मोहम्मद शमी तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई कर रहे हैं। चोटिल हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में जडेजा और अश्विन आलराउंडर की भूमिका निभाएंगे।
पंत पर भी सभी की निगाहें
एक अन्य खिलाड़ी रिषभ पंत पर भी निगाह टिकी रहेगी जिन्होंने ओवल में 114 रन की पारी खेलकर टीम में अपनी जगह सुरक्षित रखी है। ओवल में अपने पदार्पण पर 56 रन बनाने वाले हनुमा विहारी को अंतिम एकादश में जगह नहीं मिल पाई क्योंकि टीम पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों को उतारना चाहती है।
खुद को साबित करने आई वेस्टइंडीज़
भारत की यह सबसे दमदार टीम नहीं है लेकिन तब भी वह अनुभवहीन वेस्टइंडीज पर दबदबा बनाने में सक्षम है। कैरेबियाई टीम में प्रतिभा की कमी नहीं है लेकिन उन्हें भारत में खेलने का खास अनुभव नहीं है। उसकी 15 सदस्यीय टीम में से केवल पांच खिलाड़ियों को ही भारत में टेस्ट खेलने का अनुभव है और इनमें तेज गेंदबाज केमार रोच भी शामिल हैं जो बारबाडोस में अपनी नानी के निधन के कारण पहले मैच में नहीं खेल पाएंगे।
जिन अन्य खिलाड़ियों को भारत में टेस्ट खेलने का अनुभव है उनमें देवेंद्र बिशू, क्रेग ब्रेथवेट, कीरन पावेल और शेनोन गैब्रियल शामिल हैं। वेस्टइंडीज नवंबर 2013 में सचिन तेंदुलकर की विदाई श्रृंखला में खेलने के बाद पहली बार भारत में टेस्ट खेल रहा है।
कोच स्टुअर्ट लॉ की देखरेख में टीम ने कुछ अच्छे परिणाम दिए हैं। उसने पिछले साल इंग्लैंड को लीड्स में हराया जिसमें शाई होप ने 147 और नाबाद 118 रन की पारियां खेली थी। वेस्टइंडीज स्वदेश में श्रीलंका के खिलाफ 1-1 से ड्रा खेलने और बांग्लादेश पर 2-0 की जीत दर्ज करने के बाद भारत दौरे पर आ रहा है।
वेस्टइंडीज़ ने 2002 में जीती थी भारत से सीरीज़
भारत को आठवें नंबर की वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत से बहुत कुछ हासिल नहीं होगा लेकिन कैरेबियाई टीम अपना प्रभाव छोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उसे भारत के खिलाफ 2002 के बाद अपनी पहली जीत का इंतजार है जबकि भारतीय सरजमीं पर उसने 1994 के बाद कोई मैच नहीं जीता है।
भारत की प्लेइंग इलेवन
विराट कोहली (कप्तान), केएल राहुल, पृथ्वी साव, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋषभ पंत, आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, उमेश यादव।
वेस्टइंडीज की प्लेइंग इलेवन
क्रेग ब्रैथवेट (कप्तान), कीरन पॉवेल, शाई होप,शिमरान हेटमायर, सुनील अंबरीश, रोस्टन चेज, शेन डोविच, केमो पॉल, देवेंद्र बिशू, शेरमेन लुईस, शैनन गैब्रियल।