
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अगले महीने चीन के आधिकारिक दौरे पर जाने की संभावना है. यह जानकारी पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने दी है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि 50 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत से बनने वाला चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) बेहद महत्वपूर्ण है और इसकी शुरूआत हो गयी है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चाहता है कि इन परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. चीन के साथ बातचीत की जा रही है कि जो क्षेत्र नयी सरकार के लिए महत्वपूर्ण हैं उन पर किस तरह ध्यान केंद्रित किया जा सकता है.
महत्वाकांक्षी सीपीईसी परियोजनाओं में बदलाव की खबरों के बारे में पूछे जाने पर वॉशिंगटन में कुरैशी ने कहा, ‘उम्मीद है कि इस पर बातचीत के लिए अगले महीने नवंबर में प्रधानमंत्री अपने पहले अधिकारिक दौरे पर चीन जाएंगे.’
यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से आधारभूत ढांचे की जरूरत है. हमे सड़कें, रेल संपर्क, ऑप्टिक फायबर जैसे बहुत कुछ की जरूरत है. हम चाहते हैं कि वे औद्योगिक विकास, कृषि उत्पाद बढ़ाने जैसे क्षेत्रों और देश में गरीबी कम करने में हमारी मदद करें.’
कुरैशी ने कहा कि इमरान खान सरकार जीवन और आजीविका को बेहतर बनाने, श्रम-केंद्रित उद्योगों और रोजगार सृजन के बारे में बात कर रही है. पाकिस्तान और चीन के बीच करीब होते सबंधों के बारे में पूछे जाने पर कुरैशी ने कहा कि यह अमेरिका के साथ संबंधों की कीमत पर नहीं होगा.