
नई दिल्ली । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय ओपनिंग बल्लेबाजी टीम के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। पहला टेस्ट जीतने के बाद भारत को दूसरे टेस्ट में हार मिली और सीरीज एक-एक से बराबर हो गया लेकिन इन दोनों ही मैचों में टीम के ओपनर लोकेश राहुल व मुरली विजय ने बेहद निराश किया। भारत को अगला टेस्ट मैच बुधवार से मेलबर्न में खेलना है और ये मैच टीम इंडिया के लिए काफी अहम है। यहां पर एक चूक भारत के सपने को चकनाचूर कर सकता है। इसलिए भारतीय टीम को अपने ओपनर्स के बारे में सोचना ही होगा और राहुल व मुरली पर दांव खेलने से बेहतर है कि वो कुछ अन्य खिलाड़ियों को आजमाए। इस वक्त टीम इंडिया में तीन ऐसे खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए ओपन कर सकते हैं।
रोहित शर्मा-
वनडे व टी 20 में भारत के लिए ओपन करने वाले रोहित शर्मा को दूसरे टेस्ट मैच में टीम से बाहर कर दिया गया था। रोहित बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में भारत के लिए ओपनर के तौर पर एक विकल्प हो सकते हैं। रोहित पहले टेस्ट के दौरान ही चोटिल हो गए थे जिसकी वजह से वो दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाए थे। पहले टेस्ट में रोहित ने 37 रन की पारी खेली थी और पुजारा के साथ पहली पारी में अच्छी साझेदारी की थी। रोहित आक्रामक बल्लेबाज हैं और ऑस्ट्रेलियाई कंडीशन के लिए पूरी तरह से फिट हैं। अगर एक बार रोहित लय में आ गए तो वो एक ही सेशन में पूरे खेल को बदल सकते हैं।
मयंक अग्रवाल-
घरेलू मैचों में तूफानी प्रदर्शन के जरिए भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने वाले मयंक को शायद तीसरे टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिल जाए। फिलहाल वो ओपनर के तौर पर सबसे शानदार विकल्प दिख रहे हैं। मयंक का हालिया प्रदर्शन भी अच्छा रहा है। वो देश हो या विदेश हर जगह उन्होंने रन बनाए हैं। इंडिया ए के लिए भी उन्होंने जमकर रन बनाए हैं। पृथ्वी शॉ के इंजर्ड होने की वजह से ही उन्हें टीम में जगह मिली और वो इसके लिए लंबे वक्त से इंतजार कर रहे थे। अगर मयंक को मौका मिलता है तो हम उनसे अच्छी पारी की उम्मीद कर सकते हैं।
पार्थिव पटेल-
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के लिए पार्थिव भी ओपनर के तौर पर एक विकल्प हो सकते हैं। भारतीय टेस्ट टीम में इस वक्त वो सबसे सीनियर खिलाड़ी हैं। उनके पास ऑस्ट्रेलिया में खेलने का अनुभव है और जब वो 19 वर्ष के थे उस वक्त ही वर्ष 2004 में वो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थे। अगर वो मयंक के साथ बल्लेबाजी करते हैं तो लेफ्ट-राइट का कांबिनेशन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को परेशान कर सकता है। पार्थिव को अगर विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर अगर टीम में शामिल किया जाता है तो टीम नंबर सात पर रिषभ पंत की जगह विकल्प के तौर पर दूसरे बल्लेबाज को शामिल किया जा सकता है।