
भोपाल। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) की स्टूडेंट कांउसिल के अध्यक्ष सहित तीन सीनियर्स को रैगिंग मामले में सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ने की बात कही गई है। उन्हें भविष्य में इस तरह की गलती दोबारा नहीं करने की हिदायत भी दी गई है। जूनियर द्वारा रैगिंग की शिकायत करने के बाद कमेटी ने यह रिपोर्ट तैयार की है। इसमें कहा गया है कि सीनियर छात्रों ने गलती की है।
मैनिट की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर एक छात्र ने सीनियर छात्रों पर रैगिंग की शिकायत की थी। जांच कमेटी के सामने हुए बयान में सामने आया कि जूनियर छात्र ने सीनियरों का सम्मान नहीं किया था। ऐसे में सीनियर्स ने हॉस्टल में बुलाकर उसे भला बुरा कहा था। मारपीट किए जाने की पुष्टि नहीं हो सकी है। स्टूडेंट कांउसिल के अध्यक्ष आदित्य की गलती यह है कि उनके सामने यह हुआ, लेकिन उन्होंने कॉलेज प्रबंधन तक को इसकी जानकारी नहीं दी।
सीनियर्स ने गलती की है, लेकिन यह इतना बड़ा मामला नहीं है कि इसके लिए उनका भविष्य खराब किया जाए। जबकि आरोपी छात्रों की डिग्री पूरी होने में एक ही महीना बचा है। इसलिए उन्हें चेतावनी दी जाती है कि वे दोबारा ऐसा न करें। अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि जांच टीम ने इसकी रिपोर्ट बुधवार को डायरेक्टर को नहीं सौंपी।