
वाशिंगटन। अमेरिका में साल 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में रूस के दखल से जुड़े मामले में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस मामले की तहकीकात कर रही अमेरिका की एक संसदीय समिति ने उनके बड़े बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर को पूछताछ के लिए समन भेजा है। समिति के फैसले के संबंध में जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि ट्रंप जूनियर डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को सियासी तौर पर नुकसान पहुंचाने के वादे पर रूसियों से जून, 2016 में मिलने के लिए राजी हुए थे। उन्होंने ट्रंप टावर में एक रूसी वकील से मुलाकात भी की थी।
रूसी दखल से जुड़ी विशेष वकील रॉबर्ट मुलर की जांच समेत कई जांचों में ट्रंप जूनियर को एक अहम कड़ी के तौर पर देखा गया। वह हालांकि मुलर के सामने कभी पेश नहीं हुए। गत माह सार्वजनिक हुई मुलर की जांच रिपोर्ट में ट्रंप की चुनाव प्रचार टीम और रूस के बीच साठगांठ का कोई सुबूत नहीं पाया गया था।
रूसी दखल मामले की जांच कर रही अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट की खुफिया मामलों की समिति ने ट्रंप जूनियर को यह समन भेजा है। चकित करने वाली बात यह है कि ट्रंप के बेटे को समन उनके ही दल रिपब्लिकन पार्टी के नियंत्रण वाली समिति की ओर से भेजा गया है। इससे यह जाहिर होता है कि ट्रंप की पार्टी के कुछ सदस्य नहीं चाहते कि रूसी दखल मामले की जांच जल्द समाप्त हो।