
नई दिल्ली । कोरोनोवायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते देश में रत्न और आभूषण का कारोबार अपनी चमक खोता जा रहा है। हर रोज इस वायरस के फैलाव के चलते और इसकी मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से आभूषण उद्योग में केवल 20-25 फीसद ही कारोबार हो पा रहा है। इसके ग्राहक लगातार कम होते जा रहे हैं।
ऑल इंडिया जेम एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल के अध्यक्ष अनंत पद्मनाभन ने कहा, ‘आभूषणों की दुकानों में ग्राहकों की संख्या लगातार कम होती जा रही है और देशभर में रिटेलर्स केवल 20-25 फीसद कारोबार कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कोरोनावायरस (COVID-19) के प्रकोप के कारण लोगों में डर का माहौल है। इसके अलावा, एहतियात के तौर पर सरकार ने मॉल, सिनेमाघर और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों को बंद कर दिया है। लोग ज्यादातर जरूरी वस्तुओं को खरीदने के लिए बाहर जा रहे हैं।
इस बीच कोरोनवायरस से जुड़े नए मामले सामने आने के बाद दुनिया भर में मौतों की संख्या लगभग 8,000 तक पहुंच गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश के विभिन्न हिस्सों से 10 नए मामले सामने आने के बाद बुधवार को कोरोनोवायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 147 हो गई है।
पद्मनाभन ने आगे कहा कि मार्च इस वित्त वर्ष का अंतिम महीना है, इसलिए इस महीने में सभी कर संबंधी समय सीमा को पूरा करने के लिए दबाव बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘कर से जुड़े कई काम हैं, जिनमें एडवांस टैक्स, जीएसटी, आयकर विभाग को जमा किया जाने वाला डिमैनेटाइजेशन नोट शामिल है, जिससे व्यापार में कमी लगातार बढ़ रही है।’
लाला जुगल किशोर ज्वेलर्स के निदेशक तान्या रस्तोगी के अनुसार, भारतीय रत्न और आभूषण उद्योग मुख्य रूप से विवाह आधारित है। लेकिन कोरोनोवायरस के कारण इस तरह के आयोजन रद्द हो रहे हैं। इससे शादी की खरीदारी रुक गई है।
उम्मेदमल तिलोकचंद (UT) ज़वेरी ज्वेलरी स्टोर के मालिक कुमार जैन ने कहा कि शादी के मौसम में भी मुंबई में ज़वेरी बाज़ार से रौनक गायब है।
उन्होंने कहा, ‘जुलाई तक शादी की तारीखें हैं, इसे लेकर कारोबार बढ़ रहा था। हालांकि, COVID -19 के प्रकोप के बाद इसमें ठहराव आ गया है और खुदरा दुकानों में ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। ज्वैलर्स की मानें तो मार्च के अंत तक हालात सामान्य होने की उम्मीद है।
अनमोल ज्वैलर्स के संस्थापक ईशू दतवानी ने कहा, ग्राहकों की संख्या में 60-70 फीसद की गिरावट आई है और कोरोनावायरस महामारी के कारण कारोबार धीमा है।