
मुंबई इंडियंस (MI) के खिलाफ गुरुवार को हुए आइपीएल (IPL 2019) के घरेलू मैच में छह रन से हार के बाद आरसीबी (RCB) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) मैच रेफरी के कमरे में गए और उन्होंने रेफरी को गालियां दीं।एक अंग्रेजी चैनल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि मैच के बाद पुरस्कार समारोह पूरा होते ही कोहली मैच रेफरी मनु नायर के कमरे में गए और खराब अंपायरिंग को लेकर गालियां दीं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि आचार संहिता तोड़ने के अपराध में अगर उन्हें सजा भी मिलती है तो वह इसकी परवाह नहीं करते।
इस रोमांचक मैच में मुंबई (MI) के खिलाफ विराट की टीम को सिर्फ छह रन से हार मिली थी। आरसीबी (RCB) को आखिरी गेंद पर जीत के लिए सात रन बनाने थे लेकिन मलिंगा द्वारा फेंकी गई वो गेंद नो बॉल थी। फील्ड अंपायर एस रवि ने इस पर ध्यान नहीं दिया। इस नो गेंद से बैंगलोर को एक रन भी मिलते साथ ही बल्लेबाज को फ्री हिट भी मिलता जिससे हो सकता था मैच का नतीजा कुछ और होता क्योंकि क्रीज पर उस वक्त एबी डिविलियर्स और शिवम दूबे मौजूद थे जो शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे।
इस मैच के खत्म होने के बाद विराट ने बातचीत में अपना गुस्सा जाहिर किया था और कहा था कि हम आइपीएल खेल रहे हैं ना कि कोई क्लब लेवल का मैच। अंपायर को ध्यान देना चाहिए था कि ये नो बॉल है क्योंकि इससे मैच का रिजल्ट बदल सकता था। अंपायर के यहां काफी सावधान रहने की जरूरत थी। वहीं विराट की बात का समर्थन करते हुए मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने भी कहा कि इस तरह की चूक दोबारा नहीं होनी चाहिए।
रोहित ने कहा कि जब मैच खत्म होने के बाद हम मैदान से बाहर पहुंचे ही थे कि किसी ने मुझसे कहा कि आखिरी गेंद नो थी। इस तरह की गलती क्रिकेट के लिए अच्छी बात नहीं है। अब सवाल ये उठता है कि विराट जैसे बड़े खिलाड़ी द्वारा की गई ये हरकत क्या सही थी।