मजारों पर दुआ के साथ दवा की पहल और ‘पागल मामा’
अजय बोकिल अगर यह अंधविश्वास और झाड़ फूंक के जंजाल से लोगों को बाहर निकालने और एक प्रामाणिक पद्धति से मनोरोगियों के इलाज की ईमानदार पहल है तो यकीनन स्वागत…
पत्रकार साहब का ‘लोचासन-अकडासन’ : आशीष चौबे
बहुत दिनों बाद जनसंपर्क संचानालय जाना हुआ | इस ओर जाने में ही फुरफुरी आ जाती है लेकिन कुछ आवश्यक काम था तो रुख करना ही पड़ा | लौटते वक्त…